जाने की रुथ आई है
खामोशी सी छाई है
बीते हुए कल की
धुंधली सी परछाई में
इस जहां में आए है
खुशियों के गीत गुनगुनाये हैं
अब बिछड़ने की बेला है
नगमो से दिल भर आई है
हर लम्हा की दास्ताँ
जीने की दे वसतां
खुशियाँ हो या हो गम
तय करनी है मंजिलों की और रास्ता
न कोई शिकवा, न कोई गिला
गले से लगाया जो भी मिला
इन आँसुयों का गम न करना
हर दर्द में छुपी है एहसास अपना
रब से एक ही दुया है
जीवन ज्योत जलाना है
सबके दिल को जीत कर
इस जग से जाना हैं
खामोशी सी छाई है
बीते हुए कल की
धुंधली सी परछाई में
इस जहां में आए है
खुशियों के गीत गुनगुनाये हैं
अब बिछड़ने की बेला है
नगमो से दिल भर आई है
हर लम्हा की दास्ताँ
जीने की दे वसतां
खुशियाँ हो या हो गम
तय करनी है मंजिलों की और रास्ता
न कोई शिकवा, न कोई गिला
गले से लगाया जो भी मिला
इन आँसुयों का गम न करना
हर दर्द में छुपी है एहसास अपना
रब से एक ही दुया है
जीवन ज्योत जलाना है
सबके दिल को जीत कर
इस जग से जाना हैं
Beautiful!!! A true meaning of life with touch of sadness in it. Good work, keep it up...
ReplyDeleteThnx Nains for yr words of appreciation!!!
ReplyDeleteLife is a misery, but when we r able to overcome those miseries with our inner Light within, life becomes a Celebration!!!!
That Light enlightens us all the more! :)