ठहराव
सुरज की रोशनी भले ही ढल जाती है
तेजस कभी नहीं ढलती उसकी
रोशनी है जिसकी जीवन स्तोत्र
अंधेरों की गुमनामियों में नहीं है छुपति
सुरज अस्त होते हुए भी विद्यमान है अन्तरिक्ष में
सुर्योदय सुर्यास्त तो एक क्रम है
जिसकि ठहराव में ही सृष्टी का सृजन सम्भव है
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