दिल में क्या गम हैं

हमसे पूंछो इस जहां पे
खुशियाँ क्या कम हैं ?
जसबातों के गहराई में
जब भी दिल ने चोट खाई है
छोटी छोटी खुशियों से
दुनियादारी निभायी है
क्या हुआ जो दिल टूटा
मन तेरा क्यों रूठा
खफा खफा रहने से
दर्द तेरा क्या छूता ?
रौशनी सी मीत के
दिलकश प्रीत से
फिर से दिल झूम उठा
प्यार भरी गीत से
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