Tuesday, August 18, 2020

वरदान है माँ

 माँ की भूख बच्चे की पेट भरने से मिटती हैं

माँ की प्यास अपनों के खैरियत से बुझती हैं 

पुरे संसार में माँ जैसे कोई नहीं 

माँ हैं अनमोल, माँ का कोई मोल नहीं 

फिर भी माँ की अस्तित्वा हम अक्सर नकार देते हैं 

उनके होने का एहसास काश हम समय से जान लेते 

यूँ तो माँ बहुत याद आती जरुरत पड़ने पर 

उनके न होने का गम शायद हम्हें  सताती 

माँ  कभी अपने ममता को एहसान सा नहीं जताती 

देने से कभी नहीं कतराती, मांगने  में सहम जाती 

विधाता का अद्भुद वरदान है माँ 

सृष्टि की अनुपम शान है माँ

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