माँ की भूख बच्चे की पेट भरने से मिटती हैं
माँ की प्यास अपनों के खैरियत से बुझती हैं
पुरे संसार में माँ जैसे कोई नहीं
माँ हैं अनमोल, माँ का कोई मोल नहीं
फिर भी माँ की अस्तित्वा हम अक्सर नकार देते हैं
उनके होने का एहसास काश हम समय से जान लेते
यूँ तो माँ बहुत याद आती जरुरत पड़ने पर
उनके न होने का गम शायद हम्हें सताती
माँ कभी अपने ममता को एहसान सा नहीं जताती
देने से कभी नहीं कतराती, मांगने में सहम जाती
विधाता का अद्भुद वरदान है माँ
सृष्टि की अनुपम शान है माँ
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